अपने 400वें मैच को यादगार नहीं बना सके जयवर्धने

पोर्ट ऑफ स्पेन: श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज माहेला जयवर्धने ने गुरुवार को अपना 400वां एकदिवसीय मैच खेला लेकिन वह इसमें अपने बल्ले की चमक नहीं दिखा सके और 22 रन के योग पर पवेलियन लौटे। इसके बावजूद जयवर्धने का नाम रिकार्डबुक में दर्ज हो गया क्योंकि वह 400 या उससे अधिक एकदिवसीय मैच खेलने वाले क्रिकेट इतिहास के तीसरे और श्रीलंका के दूसरे खिलाड़ी बन गए।

जयवर्धने जब क्वींस पार्क ओवल मैदान पर भारत के साथ खेले गए त्रिकोणीय शृंखला के फाइनल मुकाबले के लिए मैदान में उतरे तो यह उनके जीवन का अहम क्षण था क्योंकि वह अपने करियर का 400वां मैच खेल रहे थे। यह ऐसा मुकाम था, जो बहुत कम खिलाड़ी हासिल कर सके हैं। इससे पहले सचिन तेंदुलकर (463) और सनत जयसूर्या (445) ने भी उनसे अधिक एकदिवसीय मैच खेले हैं। सचिन और जयसूर्या एकदिवसीय मैचों से संन्यास ले चुके हैं और ऐसे में जयवर्धने के पास सर्वाधिक एकदिवसीय मैच खेलने वाला खिलाड़ी बनने का रिकार्ड बनाने का अच्छा मौका है।

मौजूदा खिलाडिय़ों में शाहिद अफरीदी (354) उनसे काफी पीछे हैं। वर्ष 1998 में कोलम्बो में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने करियर का आगाज करने वाले जयवर्धने ने अब तक 400 मैचों 374 पारियों में 38 बार नाबाद रहते हुए 11259 रन बनाए हैं। उनके नाम 16 शतक और 70 अर्धशतक हैं। जयवर्धने ने अपने शानदार करियर के दौरान दो मौकों पर बिना किसी बाधा के लगातार 100 मैच खेले हैं और यह कारनामा करने वाले वह एकमात्र खिलाड़ी हैं। इस खिलाड़ी ने मई 1999 से मार्च 2003 के बीच लगातार 119 मैच खेले थे।

इसके बाद जयवर्धने ने नवम्बर 2005 से दिसम्बर 2009 के बीच एक बार फिर बिना किसी रुकावट के कुल 122 मैच खेले। रसेल अर्नाल्ड दूसरे श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने बिना रुकावट 100 एकदिवसीय मैच खेले हैं। क्वींस पार्क ओवल मैदान पर खेले गए अंतिम मुकाबले में जयवर्धने ने भारत के शिखर धवन का कैच लपका था। यह उनके करियर का 200वां कैच था। एकदिवसीय मैचों में इतने कैच किसी ने नहीं लपके हैं। यूनुस खान (126) दूसरे क्रम पर हैं।

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